दुनिया के सबसे बड़े घंटो में से एक वॉक्स पैट्रिस का निर्माण पूरा हो गया है. इस घंटा के निर्माता का नाम पिओटर ओल्स्ज़वेस्की है. पिओटर ने ही इसका नाम वॉक्स पैट्रिस रखा है. पिओटर ने एक ख़ास बातचीत में बताया की इस घंटे को बनाने में पूरे चार साल लगे हैं. उन्होंने बताया की घंटा की ऊंचाई चार मीटर की है और इसकी चौड़ाई साढ़े चार मीटर की है. इस घंटा का वजन करीब ५५ टन है. वॉक्स पैट्रिस घंटे का निर्माण टीन और ताम्बे के धातु से किया गया है. इस घंटे को चार इंजीनो के मदद से चलाया जाएगा. पिओटर से आगे बातचीत करते हुए पता चला की इस घंटे की पहली कास्टिंग असफल रही थी. इस वजह से घंटे में दरारे आयीं थी जिसके कारण इसका निर्माण दोबारा किया गया. इस बार इसका निर्माण सफल रहा और अब इसे ब्राज़ील के ट्राइंडेड शहर में स्थित एक तीर्थ स्थल में लगाया जाएगा. पिओटर ने बताया की इस घंटे को पोलैंड से ब्राज़ील ले जाना काफी मुश्किल भरा काम होगा और इसमें करीब एक साल भी लग सकता है.
Friday 21 September 2018
आखिर क्या ख़ास है 'Vox Patris Bell' में, जानिये इस Giant Bell के बारे में।
दुनिया के सबसे बड़े घंटो में से एक वॉक्स पैट्रिस का निर्माण पूरा हो गया है. इस घंटा के निर्माता का नाम पिओटर ओल्स्ज़वेस्की है. पिओटर ने ही इसका नाम वॉक्स पैट्रिस रखा है. पिओटर ने एक ख़ास बातचीत में बताया की इस घंटे को बनाने में पूरे चार साल लगे हैं. उन्होंने बताया की घंटा की ऊंचाई चार मीटर की है और इसकी चौड़ाई साढ़े चार मीटर की है. इस घंटा का वजन करीब ५५ टन है. वॉक्स पैट्रिस घंटे का निर्माण टीन और ताम्बे के धातु से किया गया है. इस घंटे को चार इंजीनो के मदद से चलाया जाएगा. पिओटर से आगे बातचीत करते हुए पता चला की इस घंटे की पहली कास्टिंग असफल रही थी. इस वजह से घंटे में दरारे आयीं थी जिसके कारण इसका निर्माण दोबारा किया गया. इस बार इसका निर्माण सफल रहा और अब इसे ब्राज़ील के ट्राइंडेड शहर में स्थित एक तीर्थ स्थल में लगाया जाएगा. पिओटर ने बताया की इस घंटे को पोलैंड से ब्राज़ील ले जाना काफी मुश्किल भरा काम होगा और इसमें करीब एक साल भी लग सकता है.
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