गुरुवार को अयोध्या विवाद में एक बहुत ही अहम् फैसला सुप्रीम कोर्ट ने सुना दिया है. आज का फैसला वर्ष १९९४ में लिए फैसले को बड़े bench के ऊपर भेजने के लिए देना था. उसके लिए आज सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है और इस फैसले के मुताबिक अब १९९४ में लिए गए फैसले को बड़े बेंच पर नहीं भेजा जाएगा. वर्ष १९९४ में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला लिया था की मस्जिद में नमाज़ पढ़ना इस्लाम का हिस्सा नहीं है और नमाज़ कहीं भी पढ़ी जा सकती है और इसके लिए मस्जिद अहम् नहीं है. उस वक़्त कोर्ट ने कहा था की सरकार अगर चाहे तो जिस हिस्से पर मस्जिद है उसे अपने कब्जे में ले सकती है. आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले से ये साफ़ हो गया है की अयोध्या पर आने वाले फैसले पर पुराने फैसलों का कोई असर नहीं होगा. इस फैसले के आने से राम मंदिर के पक्ष में फैसला आने को मजबूती मिलेगी.
Thursday 27 September 2018
Supreme Court का Ayodhya case पर ऐतिहासिक फैसला। Ayodhya Case Verdict
गुरुवार को अयोध्या विवाद में एक बहुत ही अहम् फैसला सुप्रीम कोर्ट ने सुना दिया है. आज का फैसला वर्ष १९९४ में लिए फैसले को बड़े bench के ऊपर भेजने के लिए देना था. उसके लिए आज सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है और इस फैसले के मुताबिक अब १९९४ में लिए गए फैसले को बड़े बेंच पर नहीं भेजा जाएगा. वर्ष १९९४ में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला लिया था की मस्जिद में नमाज़ पढ़ना इस्लाम का हिस्सा नहीं है और नमाज़ कहीं भी पढ़ी जा सकती है और इसके लिए मस्जिद अहम् नहीं है. उस वक़्त कोर्ट ने कहा था की सरकार अगर चाहे तो जिस हिस्से पर मस्जिद है उसे अपने कब्जे में ले सकती है. आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले से ये साफ़ हो गया है की अयोध्या पर आने वाले फैसले पर पुराने फैसलों का कोई असर नहीं होगा. इस फैसले के आने से राम मंदिर के पक्ष में फैसला आने को मजबूती मिलेगी.
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